झाबुआ में सफल हुए समग्र ग्राम विकास के मॉडल पर चर्चा की
लोक सभा सचिवालाय के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा सांसदों एवं विधायकों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम 18 से 22 जनवरी को संसद भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र 18 जनवरी को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा किया गया। 22 जनवरी को दोपहर 12:45 पर पद्म श्री सम्मानित महेश शर्मा, ऑनलाइन माध्यम से सर्वांगीण ग्राम विकास विषय पर संबोधित किया।
श्री शर्मा गत 25 वर्षों से झाबुआ के वनवासियों के बीच कार्यरत है। इस दौरान सर्वांगीण ग्राम विकास को लेकर अनेक सफल प्रयोग रहे जिसके सुपरिणाम आज झाबुआ जिले में जल संवर्धन, वन संवर्धन और समाज सशक्तिकरण के रूप में दिखने लगे हैं। झाबुआ में ग्राम विकास को लेकर एक आदर्श प्रक्रिया विकसित हुई है,श्री शर्मा जी ने बताया की झाबुआ में अपनी योजना का क्रियान्वयन ना करते हुए यहां पर यही की योजनाओं एवं परंपराओं को के कर कार्य किया जिससे यह पर गांव के समग्र विकास किया जा रहा है । झाबुआ का समाज परमार्थी समाज है जो साथ मिल कर परमार्थ के भाव से काम करता है । इसी क्रम में कई प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसर भी ग्राम विकास की इस यात्रा में जुड़ें। श्री सत्यजीत मजूमदार, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, प्रो. आंनद बुलसे आई आई टी रुड़की, प्रो. पराग सिंगला आई आई टी दिल्ली, डॉ पराग व्यास, IIT बॉम्बे जैसे कई एक्सपर्ट भी झाबुआ से जुड़ें हैं और इनके माध्यम से सफल प्रयोग के अनुभव श्री शर्मा ने सांसदों के साथ साँझा किये।
4 दिन के इस कार्यक्रम के दौरान भारत के अनेक सामाजिक क्षेत्रों में पद्मश्री सम्मानित समाज सेवक सांसदों के साथ जुड़ें।