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आलीराजपुर। देश की आजादी के लिए लडऩे वाले रण बाकुरो के लिए वंदेमातरम कोई शब्द नहीं था बल्कि यह भारत की आत्मा थी जिसको बोल बोलकर हजारो नोजवान भारत माता की स्वतंत्रता के लिए हसते हसते फासी पर चढ़ गए वास्तव में वंदेमातरम भारत की संस्कृति व सभ्यता में इस तरह से घुल मिल गया है की इसके साथ की गई दुर्भावना से प्रेरित कोई भी रोक टोक को संपूर्ण भारत वर्ष की जनता उद्ववेलित होकर ऐसे कार्य करने वालो के खिलाफ ना केवल खुद की प्रेरणा से सड़को पर आकर विरोध करती है बल्कि ऐसी सोच रखने वाले राजनीतीक दलो को हासिये पर लाने का भी काम करती है और मप्र में कांग्रेस की नई सरकार द्वारा वंदेमातरम के गायन पर जो रोक लगाई गई थी उसे जनता की आवाज के सामने झूकना पड़ा व दो दिन में ही फैसला वापस लेना पड़ा की वंदे मातरम का गायन पूर्व की तरह ही हर एक तारीख को सचिवालय एवं जिला मुख्यालय पर किया जाएगा। यह बात भाजपा अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष माधोङ्क्षसह डावर ने कलेक्टर कार्यालय में वंदेमातरम गायन के पूर्व कहीं। उन्होंने कहा कि वंदेमातरम राष्ट्र मे चेतना जगाने वाला गीत है सरकारे आती और जाती रहती है लेकिन राष्ट्रीय भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। और ऐसे खिलवाड़ करने वाले राजनीतिक दलो को भाजपा का हर कार्यकर्ता जन भावना के अनुरूप काम कर होने वाले निर्णयो को बदलने का काम करेगा।
राष्ट्र की वंदना हमारे लिए गर्व की बात
लोकसभा प्रभारी किशोर ने कहा कि मप्र में बीते 13 वर्षो से माह के पहले कार्य दिवस पर मंत्रालय के उद्यान में सामूहिक वंदे मातरम होते आया है लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद जनवरी की पहली तारीख को वंदे मातरम नहीं हुआ इसके चलते जब भाजपा ने कांग्रेस सरकार का विरोध किया तो बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार को यु टर्न लेते हुए वंदे मातरम को नए स्वरूप में कराने का ऐलान करना पड़ा। शाह ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्र गीत के गायन में शर्म आती है लेकिन हमारे लिए राष्ट्रगीत और राष्ट्र का वंदन करना गर्व की बात की है।
क्या है मामला
वर्तमान मे मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की नई सरकार के गठन के बाद प्रत्येक माह की 1 तारीख को वंदेमातरम का गायन सचिवालय में होता था उसे बंद कर दिया गया था व यह प्रतिक्रिया दी गई थी की इसके गायन से खर्च होता है लेकिन जैसे ही यह मामला प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा तो मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपने कदम पीछे खिचना पड़े और कहना पड़ा की हम नए स्वरूप मे इसे लागू करेंगे। उन्होंने नए सर्कूलर में वंदेमातरम को पुलिस बैंड के साथ गाने की बात कहीं थी। लेकिन प्रश्न यह उठता है यदि सरकार की मंशा सही थी तो फिर वंदेमातरम के गायन को रोका क्यों गया और पुलिस बैंड के साथ गाने की बात जहां तक है तो फिर सरकार के प्रतिनिधि यह क्यों कहते दिखे की इसमे खर्च होता है और राष्ट्रभक्ति का प्रमाणपत्र वंदेमातरम के गायन से हीं नहीं मिलता।
ये थे मौजूद
वंदे मातरम गान के दौरान भाजपा जिला महामंत्री अजय जायसवालए मंडी अध्यक्ष देवेन्द्र श्रीवास्तवए आलीराजपुर जपं अध्यक्ष सुनीता इंदरसिंह चौहानए भाजपा नेता भदू भाई पचायाए आजादनगर नपं अध्यक्ष निर्मला डावरए जोबट नपं अध्यक्ष रमीला चौहानए भाजपा मंडल अध्यक्ष निलेश जैनए मनीष शुक्लाए नरींग मोरीए जयपाल खरतए पूर्व नपा उपाध्यक्ष विक्रम सेनए एडवोकेट राजेश राठौरए युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिजित डावरए पूर्व जिलाध्यक्ष कांतिलाल राठौड़ए महामंत्री रिंकेश तवरए जिला उपाध्यक्ष अकित शाहए मंडल अध्यक्ष गिरीराज मोदीएसुधीर मोदीए सामाजिक कार्यकर्ता दीपक दीक्षित दिलीप चौहानए खेमराज सरपंच अठावाए निरंजन मेहताए पार्षद आनंद सोलंकीए गफ्फार खानए मुकेश अजनार सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। यह जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी हितेन्द्र शर्मा ने दी।
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