– सूचना के अधिकार में सामने आया मामला
– कागजों में बगीचा जिसके नाम पर लाखों निकाल भी लिए लेकिन धरातल पर बगीचा कहीं दिखाई नहीं दे रहा
मिथिलेश सिंह
उज्जैन। वार्ड क्रमांक 47 स्थित साकेत नगर में बगीचा चोरी मामले के बाद समाजसेवी धनराज गेहलोत ने साईनाथ कॉलोनी नगर से भी बगीचा गुम होने के मामले में प्रमाणित दस्तावेजों के साथ संबंधितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग कलेक्टरए महापौर तथा निगम कमिश्नर को शिकायत कर की है। साईनाथ कॉलोनी में भी कागजों पर बगीचा दिखाकर अधिकारियों ने लाखों रूपये निकाल लिये। सूचना के अधिकार के तहत जब जानकारी निकाली तो मौके पर बगीचा तो नहीं मिला लेकिन उस बगीचे के नाम पर निकली राशि के फर्जी बिल एवं भुगतान की जानकारी सामने आ गई।
शास्त्रीनगर निवासी समाजसेवी धनराज गेहलोत ने कहा कि साईनाथ कॉलोनी में एक पार्क बना था यह भी चोरी हो चुका है जिसकी सत्यता की पुष्टि नगर पालिक निगम कॉलोनी सेलए ग्राम व निवेश विभाग के कागजात करते हैं। इन कागजों में वर्षों से उद्यान है जबकि धरातल पर साईनाथ कॉलोनी में कोई उद्यान मौजूद नहीं है। जबकि नगर निगम प्रशासन द्वारा यहां भी लाखों रूपये के फर्जी बिल पास कर दिये गये हैं जिनके साक्ष्य में सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मिली प्रमाणित जानकारी की कॉपी भी शिकायत के साथ सौंपी है। समाजसेवी धनराज गेहलोत ने आरोप लगाया कि साईनाथ कॉलोनी में बगीचे के नाम पर भ्रष्टाचार करने के मामले में ज्ञानेन्द्रसिंह जादोन, राजेश चौहान, कॉलोनी सेल प्रभारी डोंगरसिंह परिहार, पार्षद विजयसिंह दरबार, उद्यान प्रभारी योगेन्द्र गंगराड़े, ठेकेदार कमलेश पगारियाए झोन प्रमुख के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी जिनके बीच से यह भुगतान प्रक्रिया गुजरती है वे सभी सम्मिलित हैं। उक्त उद्यान जिस पर लाखों खर्च हो गए हैं आज मौके पर नहीं दिखता।
तीन बार में करीब 12 लाख रूपये निकाल लिये
साईनाथ कॉलोनी का उद्यान जो की धरातल में नहीं बल्कि सिर्फ कागजों में है उसके नाम से भुगतान क्रमांक 464 दिनांक 24 अगस्त 2017 को 63 हजार 700 रूपये निकालेए वहीं भुगतान क्रमांक 267 दिनांक 12 अगस्त 2016 को एक लाख 77 हजार 955 रूपये निकालेए वहीं 24 मई 2017 को 10 लाख 37 हजार 870 रूपये फर्जी बिल लगाकर निकाले गए।
19 लाख 76 हजार के भुगतान पर रोक की मांग
समाजसेवी धनराज गेहलोत ने मांग की है कि उज्जैन नगर पालिक निगम झोन क्रमांक 6 द्वारा जारी डिमांड प्रस्ताव के सरल क्रमांक 6 अंतर्गत वार्ड क्रमांक 47 में साईनाथ कॉलोनी हेतु 19 लाख 76 हजार रूपये का भुगतान तत्काल रोका जाये। क्योंकि सतत हो रहे भ्रष्टाचार में एक ओर जुड़ जाने की खुली संभावना है। जिसके दस्तावेज की कॉपी भी शिकायत के साथ संलग्न की गई।
अधिकारी ठेकेदार बन गए जान के दुश्मन
धनराज गेहलोत ने कहा कि उद्यान चोरी मामले की शिकायत करने से मुझे तथा मेरे परिवार को जान माल का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस मामले में धमकाया जा रहा है कि मुंह खोला या कागज खोला तो तेरी जिंदगी सदा के लिए बर्बाद कर दी जाएगी। इसमें ठेकेदारए अधिकारीए कर्मचारी सभी जान के दुश्मन बन बैठे हैं।
जांच हुई तो 10 करोड़ से उपर का खेल निकलेगा
धनराज गेहलोत ने कहा कि साईनाथ कॉलोनी में बगीचे के नाम पर किये गये भ्रष्टाचार के संबंध में सभी आवश्यक दस्तावेज पेश किये हैं जिसके आधार पर भौतिक सत्यापन किये जाने के बाद उद्यान गुमशुदा होने का पता लगाया जाए तो सत्यता उजागर हो जाएगी एवं जो आर्थिक भ्रष्टाचार अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से हुआ है वह भी उजागर हो सकेगा। गुमशुदा पार्क का भौतिक सत्यापन करवाने से ही सत्यता उजागर हो जाएगी एवं संबंधित ठेकेदार जो कि भारी भरकम बिल लगाकर राशि ऐंठ चुका है। उसके द्वारा अब नगर निगम में किये गये समस्त कार्यों की जांच के लिए एक कमेटी बनाकर जांच कराई जाए तो करीब 10 करोड़ से उपर का खेल उजागर हो सकेगा।