प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार शाम करीब 5:00 बजे कोलारी से खेड़ी पहुंच मार्ग के बीच बसंत जयसवाल के गेहूं के खेत में आग लग गई। दरअसल, समीप के खेत में नरवाई जलाई गई थी और हवा के कारण आग किसान के खेत तक पहुंच गई, जिसके कारण करीब 5 एकड़ में गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई।ग्रामीणों ने एक बार आग को बुझा दिया था लेकिन फिर से आग ने विकराल रूप धारण कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों को आग बुझाने में पसीने आ गए। आठ से दस ट्रैक्टरों की मदद से आग बुझाने की कोशिश ग्रामीणों के द्वारा की गई। बाद में ग्रामीणों की सूचना पर खातेगांव से पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई।
खड़ी फसल के अलावा करीब 15 एकड़ नरवाई के खेत को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया। आग का विकराल रूप देखते ही क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। कई ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई थी। ट्रैक्टर से कल्टीवेटर-रोटावेटर के माध्यम से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। खातेगांव में फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई हालांकि वह काफी देर बाद पहुंची यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो खेड़ी के कई रहवासी और नया गांव खेड़ा के रहवासी इसकी चपेट में आ सकते थे।
खेड़ी के दीपक कलोता और गोविंद जाट ने ट्रैक्टर कल्टीवेटर चलाकर आग बुझाने की जी जान से कोशिश की। अजय पंवार के खेत तक भी आग की लपटे पहुंच गई थी। आग लगे खेत के बाद भागीरथ पटेल, हरि पटेल, रामभरोस तिवारी के खेत है, जहां गेहूं की फसल खड़ी थी। यदि आग नहीं बुुझती तो बड़ा नुकसान हो जाता। घटना की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैली। थोड़ी ही देर में कोलारी गांव से बड़ी संख्या में ग्रामीण मदद के लिए मौके पर पहुंच गए। बताया जाता है कि कोलारी गांव के भी कई किसान जिसमें राधेश्याम धणावत, हरिप्रसाद धणावत, बलराम टाटू, बलराम पटेल आदि शामिल है के खेत तक भी आग पहुंच सकती थी।