विकास कटारिया
झाबुआ 03 नवंबर।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम के तहत झाबुआ जिले में शिव गंगा अभियान के सामाजिक उद्यमिता झाबुआ क्राफ्ट के द्वारा बांस के दीये दो साइज में बनाए गए। दीये को अलग-अलग नाम दिया गया है। इनकी बिक्री झाबुआ craft.com
पर ऑनलाइन की गई। पूरे प्रोजेक्ट की खास बात यह रही है कि इसमें आत्मनिर्भर भारत को सफलता मिली है।दरअसल, 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से ऑनलाइन बिक्री प्रारंभ हुई थी।मात्र 9 दिनों में ही डेढ़ लाख से अधिक की बिक्री हो गई। पहली बार यह
प्रयास किया गया जो कि बहुत ही सफल रहा है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक सराहनीय
कदम के रूप में देेखा जा रहा है। इस अभियान को शानदार सफलता मिली है। ऑनलाइन बिक्री के तहत देश के सभी महानगरों से दीए की बुकिंग हुई है।
आत्मनिर्भर झाबुआ के बढ़ते कदम को पूरे भारत में सराहा गया है। शिव गंगा अभियान से जुड़े कुमार हर्ष ने बताया कि शिव गंगा अभियान का एक प्रकल्प
है। झाबुआ क्राफ्ट जिसमें बांस से वस्तु बनाने का प्रशिक्षण दिया जाताहै। ट्रेनिंग सेंटर मेघनगर में स्थित है। वर्तमान में 25 से 30 युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिनके द्वारा अभी तक पांच प्रोडक्ट तैयार किए गए।
जिसमें से पहली बार प्रोडक्ट की ऑनलाइन बिक्री की गई है।
