– फीस को लेकर आमने-सामने मिशन स्कूल प्रबंधन और पालक
झाबुआ 5 नवंबर।
न्यू कैथोलिक मिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल के खिलाफ गुरुवार को पालकों ने मोर्चा खोल दिया। पालकों ने स्कूल प्रशान की मनमानी को लेकर एक ज्ञापन प्रबंधन को सौंपा है साथ ही 70 प्रतिशत तक वार्षिक शुल्क कम करने की मांग की है। स्कूल प्रबंधन ने फिलहाल फीस से पालकों को राहत नहीं दी है और हायर अथॉरिटी से चर्चा कर मामले के निराकरण की बात कही है।
दरअसल, गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में न्यू कैथोलिक मिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल पालक पहुंचे। देखते ही देखते पालकों का जमावड़ा स्कूल परिसर में लग
गया। पालकों की भीड़ देख स्कूल प्रबंधन भी पहलेे कुछ समझ नहीं सका बाद में स्थिति स्पष्ट हुई कि प्रबंधन की मनमानी के विरोध में पालकों ने
मोर्चा खोला है। पालकों ने फादर सेंटियागो जॉन से कहा कि इस शैक्षणिक सत्र में कोरोना के कारण कक्षाअों का संचालन एक भी दिन नहीं हो सका है।
अप्रैल माह से नया सत्र शुरू हो जाता है। लेकिन शाला द्वारा सितंबर तक कोई कार्य नहीं किया गया। प्रायमरी और मीडिल सेक्शन के बच्चों की अॉनलाइन क्लासेस भी नहीं ली गई। सितंबर में केवल वाट्सएप पर पीडीएफ फाइल भेज कर
बच्चों पर छोड़ दिया गया। माता पिता इतने पढ़े लिखे भी नहीं है कि बच्चों को समझा पाए। इसी कारण माता पिता पूर्ण शुल्क देने में सहमत नहीं है।
एेसे में वार्षिक शुल्क 70 प्रतिशत तक कम किया जाए। मामले में फादर ने पालकों से कहा कि एक सेम की फीस माफ कर सकते है। 70 प्रतिशत शुल्क कम नहीं हो सकता है। इस पर पालकों ने कहा कि कम से कम 50 प्रतिशत शुल्क कम किया जाए। इस पर फादर ने मामले में हायर अथॉरिटी से चर्चा करने की बात पालकों से कही है।
शिक्षा नहीं तो शुल्क नहीं
वहीं दूसरों तरफ शहर में इसे लेकर भी चर्चाअों का दौर जारी है कि जब बच्चों को पढ़ाया ही नहीं गया है तो स्कूल प्रबंधन फीस क्यों वसूल रहा है। शिक्षा नहीं तो शुल्क नहीं की बहस शहर में जोर पकड़ रही है, हालांकि अधिकारी अभी भी पालकों की तरफ सेे आवेदन मिलने का इंतजार कर रहे है। सवाल
यह है कि निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिक्षा विभाग के अधिकारी स्वत: संज्ञान क्यों नहीं लेते है।
फिलहाल पालकों की तरफ से कोई आवेदन इस संबंध में नहीं मिला है। आवेदन मिलने पर दोनों पक्षों की सुनवाई कर मामले में उचित नियमानुसार निराकरण करेंगे।
– जेपी ओझा, जिला शिक्षा अधिकारी झाबुआ