झाबुआ। परंपरा अनुसार जैन संत एवम सती मंडल वर्षाकाल के दौरान एक स्थान पर रुककर अपना वर्षावास पूरा करते हैं और वर्षावास पूरा होने के बाद शेषकाल में गांव और शहरों में पैदल बिहार का धर्म प्रभावना करते हैं और स्वयं की आत्मा का उत्थान करते हैं इस वर्ष 5 माह का वर्षावास पूर्ण हुआ पूज्य प्रवर्तक श्री जिनेन्द्र मुनि जी महाराज साहेब आदि ठाना 4 का इस वर्ष वर्षावास थांदला की पुण्यधरा पर पूर्ण हुआ आप श्री का थांदला से भगोर अगराल होते हुए आज कल्याणपुरा में मंगल प्रवेश हुआ ।
इसी क्रम में पूज्या महासती पुण्यशीला जी महाराज साहेब आदि ठाणा 5 का सफल वर्षावाश मेघनगर में पूर्ण हुआ और आप श्री ने भी मेघनगर से भगोर होते हुए कल्याणपुरा
में मंगल प्रवेश किया ।
पूज्य प्रवर्तक देव और महासती जी आदि ठाणा 9 की अगवानी श्री संघ के सदस्यों और नवयुवक मंडल के सदस्यों ने की,आप श्री के आगमन में श्री संघ में हर्ष की लहर है।