राजेन्द्र सिंह
भोपाल
शुक्रवार की रात में गिरे मावठे ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। प्रदेश भर से फसलों को नुकसान पहुंचने के समाचार मिल रहे हैं।
राजगढ़ जिले में ओले बरसने से फसलों को हानि पहुंचने की सूचना मिली है। वहीं विश्व विख्यात धनिया की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचना बताया जा रहा है।
चांचौड़ा ब्लॉक की कुंभराज और बीनागंज मंडी धनिया फसल के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहाँ का धनिया खाड़ी देशों में अपनी खास बनावट, रंग, खुशबू और साइज के लिए पहचाना जाता है। किसान ही नहीं व्यापारियों को भी इसके बढ़िया दाम मिलते हैं। धनिया मसाला वर्ग की फसल होने के कारण बहुत नाजुक फसल होती है और पानी या नमी के सम्पर्क में आते ही इसका रंग और स्वाद की गुणवत्ता समाप्त हो जाती है। इसका भाव भी अर्श से फर्श पर आ जाता है। इस वर्ष वैसे भी धनिया की बुबाई का रकबा बहुत कम हो गया था। इस कारण धनिया के भाव अच्छे मिलने की संभावना से किसानों के चेहरों पर प्रसन्नता छाई हुई थी लेकिन शुक्रवार की रात हुई बारिश ने धनिया उपजाने वाले किसानों के चेहरे का रंग उड़ गया है। धनिया का चटक हरा रंग लाल या काला पड़ चुका है।
इसके अतिरिक्त तेज हवा और ओलों से गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है।
इनका कहना है
मावठे से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए रविवार को प्रशासनिक अमला सीधे खेतों में जाकर सर्वे करेगा।
— डॉ उदयभान सिंह जाटव, नायब तहसीलदार चांचौड़ा