राजेन्द्र सिंह
भोपाल।
राजनीति में कब छोटा सा बोलवचन कब किस पर भारी पड़ जाय कोई नहीं जानता। पिछले दिनों हनी ट्रेप सम्बन्धी अपने ही बयान में कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ घिर गए। भाजपा ने उन पर जमकर हमले किये वहीं कांग्रेस उनके बचाव में बैकफुट पर दिखाई पड़ी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी के विधायक दल की गोपनीय बैठक से यह बात बाहर आई कि कमलनाथ ने कहा है कि हनी ट्रेप की पेन ड्राइव दूसरों के पास है तो उनके पास भी है। बात काँग्रेस नेता उमंग सिंगार के संदर्भ में कही बताई जा रही है। बस फिर क्या था भाजपा को मौका मिल गया। इस बयान को लेकर दिन भर प्रदेश की राजनीति के शांत प्याले में तूफान हिलोरे ले रहा है। भोपाल की साँसद साध्वी प्रज्ञा ने जमकर हमला बोला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि संवेधानिक पद पर बैठे हुए कमलनाथ जी आपने साक्ष्यों के साथ छेड़खानी करते हुए आपने संविधान का उल्लंघन किया है। मुख्यमंत्री रहते हुए आपने साक्ष्यों को अपने पास छिपाया है।
जाहिर है कांग्रेस अपने नेता के बचाव में उतर गई। कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि उन्होंने (कमलनाथ ने) कभी नहीं कहा कि ओरिजनल पेनड्राइव या सीडी उनके पास है। ये तो बन्द कमरे में हुई मीटिंग की हवा हवाई उड़ी खबर है।
इंदौर की पुलिस पहुंचेगी भोपाल?
हनी ट्रेप और पेन ड्राइव शब्द सुनते ही इंदौर पुलिस के कान खड़े हो गए। पुलिस के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस सम्बंध में थाना किशनगंज इंदौर द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। 2 जून को भोपाल पहुंचकर कमलनाथ से इस सम्बंध में बयान लेने और पेन ड्राइव माँगने की बात भी कही गई है। कमलनाथ ने भी कभी हाँ तो कभी ना की तर्ज पर इस मुद्दे पर साफ सुथरा बयान देने की बजाय इस मुद्दे को कुशल राजनेता की तरह उलझाया ही है। 2 जून को यह देखना दिलचस्प रहेगा कि इंदौर पुलिस बयान लेने कमलनाथ के भोपाल स्थित आवास पर पहुंचती है या नहीं। हालांकि नाथ ने भोपाल से बाहर होने कि जानकारी भिजवा दी है। वे 7
जून को भोपाल लौटेंगे।