राजेन्द्र सिंह
भोपाल।
जहाँ एक तरफ आम आदमी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर रक्तदान करता है वहीं जिनके ऊपर इस अनमोल दान को सहेजने की जिम्मेदारी है ठीक उनकी नाक के नीचे धड़ल्ले से खून की दलाली जारी है।
दान में मिला खून जरूरतमंद, मजबूर, लाचार लोगों को ब्लैक में बेचा जा रहा है। हाल ही में गुना की मीडिया ने इस काण्ड का राज उजागर किया है तो जिम्मेदार अधिकारी बगलें झाँक रहे हैं।
गौरतलब है कि ये घटना भी उस समय सामने आई है जब कोविड 19 के चलते अस्पताल प्रशासन के चाक चौबंद होने के दावे किये जा रहे हैं।
जिम्मेदारों ने भले ही मीडिया को निष्पक्ष जाँच करने का झुनझुना थमा दिया है लेकिन जानकारों का कहना है कि बिना वरिष्ठों की जानकारी और संरक्षण के ऐसा संगीन जुर्म होना नामुमकिन है।
लोगों को इंतजार है उस दिन का जब दान किये गए लाल लहू का व्यापार करने वाले छिपे हुए काले चेहरों को बेनकाब कर दण्डित किया जाएगा।
फिलहाल गुना जिला एस्पताल के सीएमएचओ पी बुनकर ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अब जब मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है तो पूरे मामले की जाँच करवाएंगे।