राजेंद्र सिंह
भोपाल।
“गाँव का जोगी जोगड़ा आन गाँव के सिद्ध” वाली कहावत को आजकल के बड़े पदों पर आसीन भाजपाई नेता चरितार्थ करने में जुटे हुऐ हैं। भाजपा के थिंक टैंक से लेकर पार्टी से बाहर तक एक से बढ़कर एक दिग्गज, बुद्धिजीवी, विषय विशेषज्ञ भरे पड़े हैं लेकिन भाजपा के बड़े नेताओं को अपने विरोधियों को अनुग्रहित करने में ज्यादा दिलचस्पी रहती है। किन्तु इन नेताओं के ही कट्टर वाले समर्थक “भक्तों” के उग्र विरोध के कारण उन्हें निर्णय बदलना पड़ता है। फिर किरकिरी होती है सो अलग।
ऐसे ही एक ताजा मामले में प्रदेश के लोकप्रिय मुखिया की छवि चमकाने के लिए सोमवार को आनन फानन में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा एक विशेष नया ओएसडी नियुक्त किया गया। मंगलवार को जैसे ही “भक्तों” की फौज को नए ओएसडी साहब के ‘चाल चरित्र चेहरे’ की जानकारी मिली। प्रदेश भर में सोशल मीडिया पर सरकार और नए साहब की जबरदस्त ट्रोलिंग शुरू हो गई।
खोजी ट्रोलर नए ओएसडी तुषार पांचाल साहब के सोशल मीडिया अकाउंट से न जाने क्या क्या खोज लाये। सोशल मीडिया पर उनके भाजपा विरोधी स्क्रीन शॉट्स की झड़ी लग गई।
१) तुषार पांचाल साहब आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव को फर्जी डिग्री वाला अनपढ़ और ठग कह रहे हैं… ।
२) तुषार पांचाल साहब मोदीजी के GST की जमकर हँसी उड़ा रहे हैं… ।
३) तुषार पंचाल साहब मोदीजी की नोटबंदी और स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी की खिल्ली उड़ा रहे हैं… ।
४) इस बार तो तुषार पांचाल साहब सरेआम बदतमीजी पर उतर आए हैं और मोदीजी की पत्नी के बारे में ही व्यंग्य कर रहे हैं..।
प्रदेश भर की राजनीति की प्याली में वो तूफान उठा कि शाम ढलने से पहले तुषार पांचाल का एक ओर स्क्रीन शॉट वायरल हो गया कि वे सरकार का यह ऑफर स्वीकार नहीं कर रहे हैं। दिन भर चले ढाई कोस।
अभी कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड में नए
- नए मुख्यमंत्री बने तीर्थ सिंह रावत की सरकार ने भी एनडीटीवी के एक पत्रकार मानेसरा को अपना ओएसडी बना लिया था। देश भर में लोगों द्वारा इसका जमकर विरोध किया गया था।
आमजन में चर्चा इस बात को लेकर है कि वो कौन लोग हैं जिन्हें उत्तराखंड के ताजातरीन प्रकरण से भी सबक नहीं मिला और मध्यप्रदेश में भी जान बूझकर जगहंसाई करवाई।