एक्सक्लुसिव
विरोधस्वरूप शिक्षकों का सामूहिक इस्तीफा
राजेन्द्र सिंह
भोपाल।
जिस गुरु को सन्त कबीर दास ने परमेश्वर से भी बड़ा बताया था शिक्षा विभाग में पसरे भ्र्ष्टाचार के चलते उन्ही गुरुजनों को मौत को गले लगाना पड़ रहा है।
मृतक शिक्षक ने कथित रूप से brcc शंभू सिंह सोलंकी, cac govt higher school जन शिक्षा केंद्र MLB के अवैधानिक CAC ओमकार छारी, डीपीसी कार्यालय में पदस्थ बाबू रामस्वरूप शर्मा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
मृतक शिक्षक चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव को फरवरी 2021 में कलेक्टर गुना के आदेश से शासकीय हायर सेकंडरी फतेहगढ़ स्कूल से एमएलबी जन शिक्षा केंद्र के सीएसी विज्ञान के पद पर प्रतिनियुक्त किया गया था। इसी केंद्र पर ओंमकार छारी विज्ञान विषय के ही विगत 10 वर्ष से 2011 से कार्य अनुमति पर कार्यवाहक जन शिक्षक का कार्यभार देख रहे थे। कार्यकाल पूरा होने पर कार्यानुमति समाप्त कर मूल संस्था शासकीय माध्यमिक विद्यालय सिरसी- मारकी महू पदस्थ किया गया था। कितु ओंकार छारी अधिकारियों के संरक्षण में अवैध रूप से अपना कार्य करते आ रहे थे। अधिकारी गण और उनके दलाल श्रीवास्तव पर अपना पद त्याग करने के लिए निरन्तर दबाब बना रहे थे। स्व. चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव ने अपनी विधिवत जॉइनिंग ना होने, चार्ज न देने , अधिकारियों व बाबूओं द्वारा प्रताड़ित करने सम्बन्धी शिकायत पत्र गुना कलेक्टर को भी दिया था। परन्तु कोई सुनवाई न होने से वह निराश थे और उन्होंने गुरुवार को जनपद शिक्षा केन्द्र में अधिकारियों के सामने ही सल्फास की 6 गोलियां खा लीं। उन्हें इलाज के लिए भोपाल ले जाया गया। वहाँ एक निजी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।
अन्य bac और cac ने भी brc के खिलाफ संगीन आरोप लगाते हुए सामुहिक इस्तीफा दे दिया है।
शिक्षा विभाग में चर्चा है कि भ्र्ष्टाचार की बलिबेदी पर एक शिक्षक की आत्माहुति हो गई।