डिनर पॉलिसी
राजेंद्र सिंह
भोपाल।
ऊर्जा विभाग के प्रेजेंटेशन के दौरान दो वरिष्ठ मंत्रियों के बीच हुई बहस से आहत प्रदेश के मुखिया ने तत्काल सभी मंत्रियों को डिनर के बहाने अपने घर बुलाया और सभी को कायदे से समझाया कि आगे से ऐसी परिस्थितियां न बनें।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार डायनिंग टेबल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को स्पष्ट रूप से समझाया कि ट्रांसफर के दौरान किसी भी प्रकार के टंटे मत पाल लेना। सभी मन्त्रीगण अधिकारी, कर्मचारियों के ट्रांसफर में पूर्ण पारदर्शिता बरतें और सम्पूर्ण प्रक्रिया गाइडलाइन के अनुसार ही सम्पन्न होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तबादलों में गड़बड़ी करने वालों पर भी पैनी नजर बनाए रखें।
इसके अलावा यह भी कहा कि सभी मंत्री महीने में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का दौरा करें।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के समय भारतीय जनता पार्टी ने ट्रान्सफर नीति को ‘तबादला उद्योग’ की संज्ञा दी थी। अब यदि कोई चूक हो गई तो यही आरोप शिवराज सिंह सरकार पर भी लगाए जाएंगे। श्री चौहान ने मंत्रियों को यह भी समझाया कि ट्रांसफर के मामले में अपने दायरे के बाहर ना निकले। किसी भी ऐसी नोटशीट पर हस्ताक्षर ना करें जो आगे चलकर विवाद का कारण बन जाय।राजनीतिक गलियारों में शिवराज की डिनर डिप्लोमेसी के चर्चे जोरों पर हैं।