भोपाल
राजेन्द्र सिंह।
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की जिला इकाइयों ने सोमवार को कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिया।
गुना में भी कर्मचारियों की लंबित मांगों के निराकरण के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को 23 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि शासन द्वारा कोरोना संक्रमण का हवाला देकर कर्मचारियों कि मांगो का निराकरण आज तक नहीं किया गया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि कर्मचारियों की रोकी गई वार्षिक वेतन वृद्धि प्रारम्भ कर एरियर सहित भुगतान, केन्द्र के समान महगाई भत्ता, गृह भाडा सातवे वेतनमान अनुसार, शिक्षा विभाग आबकारी विभाग सहित सभी विभागों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारीयो को पदोन्नति की प्रत्याशा में पुलिस विभाग के समान वरिष्ठ पदनाम को सभी विभागों में लागू किया जाय। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियो को सर्वेयर के समान वेतनमान, स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत ड्रेसर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं अन्य की वेतन विसंगति दूर की जावे। शासन के आदेशानुसार विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को 90% वेतनमान देकर लाभान्वित एव नियमितीकरण। विभिन्न विभागों में व्याप्त वेतन विसंगतियों को समाप्त कर अग्रवाल आयोग की शेष अनुशंसा को लागू। पंचायत शिक्षा विभाग सहित सभी विभागों में अंशदाई पेंशन के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू। नेत्र चिकित्सा सहायक का पदनाम परिवर्तन कर आपथेलमिक आफिसर। ग्राम रोजगार सहायक सचिव का नियमितीकरण। अनुकम्पा नियुक्ति में सरलीकरण कर लंबित आवेदकों को शीघ्र नियुक्ति दी जावे जिसमे पुत्रवधु को भी अनुकम्पा नियुक्ति हेतु पात्रता प्रदान की जावे आदि समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की गई।
संघ के जिला सचिव कृष्ण गोपाल मीना ने बताया कि मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन के दूसरे चरण में 23 जुलाई को कमिश्नर कार्यालय पर माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम कमिश्नर को ज्ञापन एव तीसरे चरण में 27 जुलाई को भोपाल में प्रदर्शन एव माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जायेगा।
इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष शिवचरन दुवे, राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश संघठन मंत्री अनिल भार्गव, वरिष्ठ कर्मचारी नेता प्रधुमन कुमार सोनी, मोहन पालीवाल, संतोष सक्सेना, भगवत प्रसाद ओझा,यशवंत सिंह रघुवंशी,रामगोपाल साहू, अनिल शर्मा, बृजेन्द्र सिंह तोमर,आर. सी. झा, बृजनारायान शर्मा, रामेश्वर गहलोत,अमरीश श्रीवास्तव, कुलदीप श्रीवास्तव, शंकरलाल अहिरवार, रामकृष्ण शर्मा, अशोक रघुवंशी, राजेश शर्मा, लक्ष्मण वैरागी, केशव बैरागी अनिल परमार, चैन सिंह, इंदर सिंह आदि मौजूद रहे।