भारत में तीसरी क्रांति की आवश्यकता



राजेश जैन              
अलीराजपुर दिनांक 23 जुलाई-
देश से जातिवाद, भाई भतीजावाद, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी एवं लालफीताशाही समाप्त करने के लिए देश  को   एक और क्रांति की आवश्यकता है।
आज वीर क्रांतिकारी  शहीद  श्री चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाबरा में पूर्व आईएएस एवं सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हीरालाल त्रिवेदी ने उक्त बात कही।                 उन्होंने कहा कि आज सभी राजनीतिक दल सत्ता प्राप्ति के लिए जनता को जातियों में, वर्गों में, और संप्रदायों में बांटने का काम कर रहे हैं। सत्ता में बने रहने के लिए खुलेआम सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। ऐसे में सामाजिक सद्भाव लाने के लिए समाज को जागृत करना आवश्यक है। सपाक्स पार्टी इसके लिए सपाक्स क्रांति जन जागृति यात्रा निकाल रही है जिसकी शुरुआत भाबरा में चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली से उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरू की जा रही है। इसका समापन 30 सितंबर को भोपाल में होगा।  

      उन्होंने पेगासिस जासूसी कांड पर निर्भीक होकर खबरें छापने वाले एक मीडिया ग्रुप पर छापों की निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करना प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ को समाप्त करना है। इससे देश का प्रजातंत्र कमजोर होगा।   राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ वीणा घाणेकर पूर्व आईएएस ने कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में केंद्र और राज्य सरकार की असफलता का जिक्र करते हुए कहा कि ऑक्सीजन  की  कमी के कारण किसी भी मरीज  की मृत्यु नहीं हुई है,  इसे छिपाना भारतीय जनमानस का उपहास है। प्रदेशाध्यक्ष सुरेश शुक्ला ने कहा कि सपाक्स क्रांति जनजागृति यात्रा जिलों के भीतर भ्रमण करेगी तथा 30 सितंबर को सभी जिलों से भोपाल पहुंचेगी। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव  आरएस सिकरवार पूर्व आईएफएस, अन्य पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं सपाक्स के प्रतिनिधिमंडल ने सैकड़ों की संख्या में भाबरा में वीर शहीद श्री चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली पहुंचकर माल्यार्पण किया एवं उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।  

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