गजराज सिंह मीणा
ब्यावरा राजगढ़।
विगत वर्षों से अपनी विभिन्न प्रकार की मांग को लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के नियमित एवं संविदा कर्मचारी मध्यप्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास संयुक्त मोर्चा के बैनर तले 22 जुलाई 2021 से हड़ताल पर डटे हुए हैं । विदित हो कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर सरकार को पूर्व में अवगत करा चुके हैं एवं 22 जुलाई के 2 दिन पूर्व भी समस्त कर्मचारियों ने अनुविभागीय अधिकारी ब्यावरा को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा था एवं मांगे पूरी ना होने पर ताला बंद कलम बंद हड़ताल पर जाने की सूचना दी थी। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पंचायत सचिव संगठन, ग्राम रोजगार सहायक संघ, मनरेगा अधिकारी कर्मचारी, सोशल ऑडिट वेलफेयर एसोसिएशन के अधिकारी, एनआरएलएम, पीसीओ संघ, प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ भारत मिशन, डाटा एंट्री ऑपरेटर, मध्य प्रदेश डिप्लोमा एसोसिएशन उपयंत्री संघ के कर्मचारियों ने अपनी मांगे पूरी ना होने के विरोध में प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आज विरोध स्वरूप काले मटके फोड़े। मटको पर समान कार्य समान वेतन, अभी करो अर्जेंट करो हम को परमानेंट करो, बीमा है ना पेंशन है दुनिया भर की टेंशन है, आधी रोटी आधा पेट संविदा जीवन चल गया भेट, आदि नारे लिखे गए थे। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अमर सिंह यादव और मीडिया प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि शासन जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं करता तब तक हड़ताल करेंगे। शासन नया आदेश जारी कर पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों का शोषण कर रही है। हमसे पंचायतों के काम के साथ-साथ अन्य कार्य भी कराए जा रहे हैं जो हमारे विभाग के नहीं है। मंच पर हीरालाल दांगी, भागीरथ यादव, लोकेश कुमार आर्य, हरि नारायण सोनी, अर्जुन सिंह परमार, योगेंद्र सिंह राजपूत, राजेश सक्सेना, हरिओम दांगी, प्रेम नारायण वर्मा, अमित तिवारी, मुकेश कुमार, मुकेश कुमार कंसोटिया, हरीश चंद्र नायक सहित बड़ी संख्या में सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक उपस्थित रहे।