एक्सक्लूसिव
राजेन्द्र
सिंह भोपाल।
सरकार द्वारा किए जा रहे सुशासन के बड़े बड़े दावों पर कर्मचारियों की लापरवाही पानी फेरती नजर आ रही है। प्रदेश के ऐसे जिले में जहां भारी भरकम वजनदार नेताओं की रेलमपेल मची हुई है वहां के जिला अस्पताल के जच्चा वार्ड में सांड घुसने की खबर है। जिम्मेदार नेता व अधिकारी इस विषय पर मौन हैं।शुक्रवार की शाम को गुना जिले के पत्रकारिता से जुड़े ग्रुपों पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो गुना जिला चिकित्सालय के प्रसूति विभाग के जच्चा वार्ड का है। इस वीडियो में जच्चा बच्चा के बीच एक सांड घूम रहा है। एक बच्चा उसे डंडे से भगा रहा है। इसके बाद सांड वार्ड से बाहर गलियारे में आराम से विचरण कर रहा है। वैसे तो गुना जिला चिकित्सालय अपने कारनामों की वजह से प्रदेश में कुख्यात है ही। आए दिन यहां से कोई न कोई सनसनी खेज खेज खबर अखबारों में जगह बनाती रहती है। लेकिन मजेदार बात ये है कि जिला चिकित्सालय के जिम्मेदारों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अभी हाल ही में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अस्पताल का ओचक निरीक्षण किया था तो उन्हें व्यवस्थाएं चाक चौबंद सी दिखी थीं। जिले में नेताओं की भरमार
गुना जिले में ये जन चर्चा आम है कि यहां इस जिले में बड़े से बड़े नेताओं की भरमार है लेकिन लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों को इस सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता। आइए गुना जिले के बड़े नेताओं के बारे में भी जान लेते हैं। राज्यसभा सदस्य व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, १० वर्ष तक प्रदेश के मुखिया रहे बहुचर्चित राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, लोकसभा सदस्य जिन्होंने सिंधिया जैसे क्षत्रप को हराया था केपी यादव, वर्तमान प्रदेश सरकार के पंचायत एवम ग्रामीण मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, जिले के प्रभारी मंत्री ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह, गुना के वर्तमान विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री गोपीलाल जाटव, कई बार के सांसद व विधायक लक्ष्मण सिंह जैसे दिग्गज नेता गुना जिले को शोभायमान करते हैं। लेकिन अस्पताल के हालात जस के तस हैं। लोगों का कहना तो ये भी है कि जब अस्पताल के ये हालत है तो बाकी विभागों के हाल भी इससे ही मिलते जुलते ही हैं। फिलहाल जच्चा घर में सांड घुसने के मामले में अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों से कोई सम्पर्क नहीं हो पाया है।