राजेन्द्र सिंह भोपाल।
गुना के जय स्तम्भ चौराहे पर स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आनन्द अखाड़े ने इस मंदिर के पुराने व्यवस्थापक महंत बैजनाथपुरी को प्रशासन के सहयोगसे बाहर का रास्ता दिखाकर नए व्यवस्थापक की नियुक्ति कर दी थी। पुराने व्यवस्थापक महंत बैजनाथ पुरी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर मन्दिर में दुकानों का निर्माण कराने के लिए दुकानदारों से लाखों रुपया ले लिया था। दुकानों का निर्माण भी हो गया लेकिन प्रशासन ने बिना अनुमति के बनाई गईं इन दुकानों को तोड़ दिया। अब दुकानदारों का कहना है कि बैजनाथ पुरी और उनके सहयोगियों ने करीब 15 दुकानदारों से लगभग डेढ़ करोड़ रुपया वसूला था। रूपया लेनेवाले महन्त का अब कोई अता पता नहीं है। नए व्यवस्थापक महंत दिवाकरपुरी ने इस मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया है।उनका कहना है कि बैजनाथपुरी ने दुकान निर्माण की कोई सूचना अखाड़े को नहीं दी थी। न ही उसने दुकानदारों से लिया एक भी पैसा अखाड़े में जमा किया है।इसलिए अखाड़े की कोई जबावदारी नहीं बनती है। फिलहाल खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे दुकानदार पुराने महंत पर कानूनी कारवाई करने की योजना बना रहे हैं।
