ब्यावरा। स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती रविवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के द्वारा राजगढ़ रोड स्थित मांगलिक भवन में नेहरूजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर 125वीं जयंती बालदिवस के रूप में मनाई। इस दौरान स्वतंत्रता की अवधारणा एवं भारत के निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू के भारतीय राजनीति में उदय व प्रभाव पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र यादव सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रकाश डाला। श्री यादव ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरु की राजनीतिक दृष्टि और कूटनीतिक फैसलो के बिना स्वाधीन भारत का इतिहास नहीं लिखा जा सकता। पंडित नेहरू को भारत की जनता का जितना समर्थन और प्रेम मिला उतना किसी राजनेताओं को नहीं मिला। पंडित नेहरू जी का बचपन कॉफी शानो शौकत से बीता उनके पिता देश के उच्च वकीलों में से एक थे। वही वर्ष 1930 से 1964 तक देश की राजनीति के केंद्र में रहे थे, वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता फरीद अहमद ने कहा कि पूरी दुनिया में इस बात को लेकर आश्चर्य था कि 1962 में चीन के हाथों पराजय के बाद भी चाचा नेहरू प्रधानमंत्री बने रहे आज कंगना रनोट आजादी को लेकर जो 1947 में मिली वह भीख थी असली आजादी तो 2014 में मिली, इस बयान को लेकर कंगना कई लोगों के निशाने पर है, 1947 की आजादी को भीख कहा इस बयान को लेकर कांग्रेस संगठन ने कंगना के पद्मश्री वापस लेने की मांग भी उठाई है।
