राजेन्द्र सिंह भोपाल। प्रशासन की जड़ों में भृष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। अधिकारी कर्मचारी हर तरफ से निश्चिंत होकर मनमानी कर रहे हैं। प्रशासन से जुड़े दलाल भी जमकर माल कूटने में लगे हुए हैं। बचे जनप्रतिनिधि तो वो अपने होने रस्म अदायगी करके इति श्री कर रहे हैं। ये हम नहीं जनता कह रही है।मामला ये है कि विगत दो वर्षो से कोरोना का प्रकोप जारी है। प्रदेश एवम केंद्र सरकार द्वारा आम जन के लिए ढेर सारा राशन पहुंचाया था। लेकिन आए दिन राशन नहीं मिलने की शिकायतों से पता चलता है कि राशन किधर चला गया ? लोग आते हैं शिकायत करते हैं जॉच का दिखावा भी होता है नतीजा हमेशा की तरह शून्य। क्योंकि जांच कर्ता का भरपूर वरद हस्त माफिया पर होता है। ऐसे में माफिया की पहुंच के आगे शिकायत कर्ता अपनी शिकायत वापस ले लेता है या शिकायत को साबित नहीं कर पाता। एसा जानकारों का कहना है।
विधायक ने अपने साथ करवाया निरीक्षण, नतीजा सिफर
चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह एक बहुत ही सीनियर एवम कद्दावर नेता हैं। उन्होने अक्टूबर महीने के अंत में अधिकारीयों को साथ लेकरराशन के गोदाम के साथ साथ वितरण केंद्रों की भी जॉच की थी और जगह जगह अनियमितता पाए जाने का दावा भी किया था। वायरल वीडियो में तो विधायक खुद दोषियों पर एफआईआर करने के निर्देश दे रहे थे। दो दिन के प्रोपेगंडा के बाद सब कुछ पहले की तरह चलने लगा। आखिरकार ११ नवम्बर को विधायक ने चांचौड़ा एसडीएम को पत्र लिखकर अभी तक की गई कार्रवाई का जवाब तीन दिन में मांगा है। तीन दिन में पत्र का क्या उत्तर दिया गया फिलहाल हमने इसकी जानकारी किसी पक्ष से नही ली है।
नहीं होती कार्रवाई
कुछ माह पूर्व मधुसुदनगढ़ क्षैत्र में भी भ्रमण के दौरान विधायक ने ५सेल्समेनों पर कारवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन लम्बी जांच के बाद कोई परिणाम नहीं निकला।जिन लोगों की शिकायत की गई है वो निश्चिंत हैं कि कोई कारवाई नहीं होगी। राशन वितरण से जुड़े लोग तो यहां तक कहते हैं कि कभी कोई कारवाई नहीं होती।फिलहाल आगे की कार्रवाई की जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहिए।