भोपाल। अपना दल (एस) में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल अपने पद से इस्तीफा दे चुके है और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है। उनके साथ कई अन्य नेता और पदाधिकारी भी पार्टी छोड़ चुके हैं। लेकिन पार्टी अभी भी इससे सबक नहीं ले पा रही है। यूपी पर ध्यान देने की बजाए पार्टी 18 मई को मध्यप्रदेश के भोपाल में चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। जबकि फिलहाल पार्टी को सबसे ज्यादा चिंतन यूपी में करना चाहिए। लेकिन शिविर एमपी में लग रहा है। चिंतन शिविर संगठन के आगामी रोडमैप, चुनावी रणनीति और संगठन विस्तार पर केंद्रित है। पार्टी मध्यप्रदेश में संगठन को खड़ा करना चाहती है।
गंभीर आरोप : राजकुमार पाल ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी अपनी विचारधारा से भटक गई है और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी में मनमानी तरीके से निर्णय लिए जा रहे हैं।
पार्टी में शोषण : राजकुमार पाल ने कहा कि उनका पार्टी में शोषण किया जा रहा था। उन्हें MLC और पद देने का वादा किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह 50-60 लाख रुपये लगाकर अपने डीजल और गाड़ी से चल रहे थे, लेकिन आशीष पटेल की ओर से लगातार झूठा वादा किया गया।
अन्य इस्तीफे : राजकुमार पाल के अलावा कमलेश विश्वकर्मा, मोहम्मद फहीम और बीएल सरोज ने भी इस्तीफा दिया है। कुछ दिनों पहले भी अपना दल एस के कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं।
सियासी कोहराम : 2027 विधानसभा चुनाव से पहले अपना दल एस में भारी बगावत से सियासी पारा चढ़ गया है। प्रतापगढ़ समेत पूरे प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है।