-घटिया बर्फ कर रही जनस्वास्थ्य से खिलवाड़
-प्रशासन की तरफ से नहीं दिया जाता ध्यान
thedmnews.in उज्जैन. विवाह कार्यक्रमों सहित शहर भर में गन्ने के रस, ज्यूस, चुस्की, झम्मक लड्डू, आईस्क्रीम सहित भोज्य व पेय पदार्थों में शीतलता हेतु खुलेआम सफेद जहर का उपयोग किया जा रहा है. ये सफेद और कुछ नहीं बल्कि शहर के कारखानों पर बेहद दूषित जल से बनने वाला बर्फ है. इस तरह शहर में खुलेआम जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है और स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम सहित जिला प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक बना हुआ है. विभिन्न शहरों में गर्मी के मौसम में बर्फ की खपत बढ़ जाती है लेकिन इस बात का ध्यान नहीं दिया जाता है कि बर्फ किस पानी से तैयार हो रहा है। कारोबारी मुनाफे के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते रहते है औऱ जिम्मेदार अफसरों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती है। इतना ही नहीं कहा जाता है कि इसके लिए अधिकारियों के मान-सम्मान का भी विशेष ध्यान रखा जाता है तभी सब कुछ आंख के सामने होने के बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। यह आरोप लगाते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता एवं म.प्र. युवा शिवसेना गौरक्षा न्यास के प्रांतीय अध्यक्ष मनीषसिंह चौहान ने कहा कि इस घटिया क्वालिटी की व गंदे पानी से बनने वाली बर्फ से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर होने के साथ ही ये हमारे शरीर को अंदर से खोखला कर रहा है. thedmnews.in
पीना तो छोड़ो, देखने योग्य नहीं
मनीषसिंह चौहान ने कहा यदि शहर के कारखानों पर गंदे पानी से बनने वाले बर्फ को एक बार पिघला दिया जाए तो इसका पानी पीना तो ठीक, देखने योग्य भी नहीं होगा. आखिर फिर भी इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन मौन क्यों हैं. आखिर चंद बर्फ कारखाना संचालकों को शहरवासियों के स्वास्थ्य से खेलने की छूट क्यों दी जा रही है. क्या जिला प्रशासन गंदे बर्फ से किसी बड़े हादसे और बड़ी जनहानि की प्रतीक्षा कर रहा है. वैसे भी इतिहास रहा है कि किसी बड़ी घटना के बाद ही प्रशासन दिखावे के लिए ही सक्रिय होता है.
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