मांग कम होने से दूध पावडर एवं घी में दलदल की स्थिति



thedmnews.com पिछले कई दिनों से सहकारी डेरियों द्वारा दूध लगातार पावडर टेंडरों के माध्यम से बेचे जाने की वजह से भावों में तेजी के संयोग कम लग रहे है। अभी तक दूध की आवक बनी हुई है। संभव है अगले माह से छोटी कंपनियां उत्पादन बंद करना शुरू कर देगी। देशी घी में मांग कम होने से भावों में 2-3 रुपए की गिरावट रही। देशी घी और दूध पावडर में दलदल की स्थिति बनी हुई है। thedmnews.com

इस वर्ष दूध का उत्पादन अधिक होने एवं डेरी उत्पादों की बिक्री गत वर्षों की अपेक्षा कम होने से बाजारों में दलदल की स्थिति बनी हुई है। गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। इसमें देशी घी की मांग कम पड़ जाया करती है। वर्तमान में मार्च क्लोजिंग की वजह से ग्राहकी कम है। आगामी दिनों में ब्याह-शादियों की कुछ मात्रा में मांग निकल सकती है। thedmnews.com

खरीद प्रतिस्पर्धा समाप्त 

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्षों में उत्तर भारत की डेरियों में मार्च-अप्रैल में दूध खरीदने की प्रतिस्पर्धा बन जाती थी, इस बार डेरी उत्पाद नहीं बिकने से दूध के टैंकर वापस जा रहे हैं। गर्मी के सीजन में किसानों को दूध के अच्छे माल मिलते थे और दूध पावडर भी बड़ी मात्रा में बिकता था, भाव भी बढ़ते थे, अब परिस्थितियां एकदम बदल गई है न उत्पाद बिक रहे हैं और न दूध एवं पावडर के लेवाल मिल रहे हैं। बड़ी सहकारी डेरियों के पास इतनी बड़ी मात्रा में दूध और पावडर है कि प्रति दिन बेचवाली बनी रहती है, जिससे छोटी डेरियों का दूध पावडर लाभ के साथ नहीं बिक पर रहा है। इस बार छोटी डेरियों में उत्पादन कम होगा और बड़ी डेरियों में अधिक। पूरे वर्ष बड़ी डेरियों के हाथों में बाजार रहेगा।

स्टॉकिस्ट बाजार से बाहर

देशी घी में मांग कम है। स्टॉकिस्ट लगभग बाजार से बाहर हैं। ऐसी स्थिति में तेजी आने के संयोग फिलहाल तो नजर नहीं आ रहे हैं। सीजन के अंत में बाजार बड़ी डेरियों के हाथों में रहेगा। इसी के साथ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और दिल्ली के कुछ भागों में नकली घी विभिन्न तरीकों से बिक रहा है। जिस पर केंद्र व राज्य सरकारों का कोई नियंत्रण नहीं है। शुद्ध खाद्य पदार्थ मिलने का दावा खोखला नजर आ रहा है। thedmnews.com

दूध के भावों में आ रही गिरावट का सीधा प्रभाव पशुपालकों पर पड़ेगा। वैसे भी केंद्र सरकार की नीति से पशुपालन कम पड़ने लगा है। गाय और भैंस इतनी महंगी हो गई है कि पशुपालकों को सस्ता दूध बिकना पोसाता नहीं है। उद्योग में आ रही मंदी का प्रभाव आज नहीं तो कल पशुपालकों पर पड़ने की आशंका व्यक्त की जाने लगी है। इंदौर में देशी घी में मांग कमजोर रही। खेरची में देशी घी पारस, नोवा 335 संप्रति 345 हेरिटेज 355 डेरीप्योर 360 अमूल 406 रुपए के आसपास भाव बताए गए।

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