बाड़मेर.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि हम पर पत्थर फिंकवाने वाले और काले झंडे दिखाने के लिए उकसाने वाले कांग्रेस नेता यह जवाब दें कि उनके 50 साल के शासन में उन्होंने कितने किसानों का कर्ज माफ किया? बाड़मेर जिले में गौरव यात्रा के दौरान उन्होंने यह सवाल शाम को बाड़मेर सभा में किया।
शनिवार को मुख्यमंत्री की गुड़ामालानी, चौहटन व बाड़मेर में जनसभाएं हुई। राजे ने चेताया कि वो एक मां है और मां अपने बच्चों से प्यार करती है। बच्चों के लिए किसी से भी लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि जिसको जो करना है वो करें, न मैं किसी से डरी हूं और न ही किसी से डरूंगी। कांग्रेस ने प्रदेश को बीमारू बना दिया था। सीएम राजे ने जैन मुनि तरुण सागर के निधन पर संवेदना व्यक्त की और श्रद्धांजलि अर्पित की।
हमने 30 लाख किसानों का कर्ज माफ किया : सीएम ने कहा कि – हमारी सरकार ने 30 लाख किसानों का 9 हजार करोड़ कर्ज माफ किया। पिछले चुनावों से पांच दिन पहले कांग्रेस ने सोनिया गांधी को बुलाकर रिफाइनरी के लिए पत्थर लगा दिया। हमारी सरकार ने रिफाइनरी का काम शुरू करवाया। बाड़मेर में मुख्यमंत्री ने 30 साल पुरानी नगर परिषद के विस्तार की मांग को स्वीकार करते हुए बाड़मेर गादान, बाड़मेर आगौर, बाड़मेर मगरा की 60 हजार आबादी को नगर परिषद में शामिल किए जाने की घोषणा की।
रिफाइनरी को लेकर वसुंधरा और गहलोत में ट्विटर वार : सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व सीएम अशोक गहलोत शनिवार को आमने-सामने हो गए। रिफाइनरी को लेकर पहली बार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया। इसके बाद तो ट्रवीटर पर लोगों ने दोनों ही नेताओं की जमकर खिंचाई की।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार शाम सात बजे ट्वीट किया– ‘कांग्रेस सरकार ने बाड़मेर रिफाइनरी के नाम पर जमकर राजनीति की, लेकिन कार्य को अमलीजामा पहचाने में बिल्कुल भी रुचि नहीं दिखाई। जनता को गुमराह कर झूठी वाहवाही लूटने के लिए आचार संहिता से कुछ दिन पहले बिना किसी तैयारी के शुभारंभ कर दिया।’
आधे घंटे बाद ही पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री के ट्वीट को टैग करते हुए लिखा– ‘पूरे चार साल तक लटकाने के बाद रिफाइनरी जैसी महत्वाकांक्षी योजना को लेकर मुख्यमंत्री के झूठे, असत्य और गुमराह करने वाले बयानों से राजस्थान को जो नुकसान हुआ है। उसके लिए वे पाप की भागीदार है। उन्हें प्रदेशवासियों से मांफी मांगनी चाहिए।’ इसके बाद दोनों ही नेताओं के ट्वीट ट्रोल होने लगे। राजे और गहलोत के ट्वीटर को लोगों रि-ट्वीट करने लगे।
कांग्रेस 16वां सवाल : बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से क्या सीएम गौरव महसूस करती हैं?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सोलहवां प्रश्न पूछा है। कि पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर आई बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से क्या सीएम गौरव महसूस करती हैं? बाढ़ से सड़कों, पुलों, नहरों, पानी, बिजली के संयंत्रों, पाइप लाइनों, गौशालाओं और अनेक सार्वजनिक सम्पत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा था, लेकिन सीएम ने सिर्फ औपचारिकता के तहत दौरे ही किए। पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री राजस्थान से लगते गुजरात के क्षेत्रों में बाढ़ का जायजा लेने आए परन्तु उन्होंने राजस्थान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना तक उचित नहीं समझा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करके गए। जनता के दु:ख, दर्द को सांझा किया। साभार दैनिक भास्कर
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