न्यू यॉर्क टाइम्स ने जैक मा के इंटव्यू के आधार पर शुक्रवार को एक आर्टिकल लिखा था कि जैक मा सोमवार को रिटायरमेंट की घोषणा करेंगे और शिक्षा क्षेत्र में सेवा करेंगे।
कंपनी के प्रवक्ता ने न्यू यॉर्क टाइम्स की खबर को खारिज करते हुए कहा कि यह खबर तथ्यात्मक तौर पर गलत और संदर्भ से अलग है। वहीं, न्यू यॉर्क टाइम्स के एक प्रवक्ता इलीन मर्फी ने कहा कि अखबार अभी भी अपनी खबर पर कायम है।
अलीबाबा के प्रवक्ता ने कहा कि मा कंपनी के एग्जिक्युटिव चेयरमैन बने रहेंगे और आने वाले समय में बदलाव के लिए प्लान को जाहिर करेंगे। अखबार ने यह भी लिखा कि उत्तराधिकार रणनीति युवा अधिकारियों की पीढ़ी को आगे बढ़ाने के प्लान का हिस्सा है।
चीन के हांगझोऊ नगर में एक गरीब परिवार में जन्मे जैक मा इंग्लिश के टीचर रहे हैं। 1990 के दशक में इंटरनेट क्रांति से परिचय होने पर उन्होंने नौकरी छोड़ कर अपना कारोबार शुरू करने की ठानी। जैक मा ने अपने दोस्तों को राजी कर उनसे 60,000 डॉलर की राशि जुटाई और ऑनलाइन मार्केट प्लेस अलीबाबा की शुरुआत की। वह 2013 में कंपनी के सीईओ बनाए गए।
शेयर बाजार के हिसाब से जैक मा की कंपनी की हैसियत करीब 421 अरब डालर (लगभग 30,312 अरब रुपए) की है। कंपनी की हैसियत के साथ उनकी भी हैसियत बढती गयी और वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों में गिने जाते हैं।
अलीबाबा आज डिजिटल मीडिया, मनोरंजन, क्लाउड कंप्यूटिंग और तमाम प्रकार के कारोबार में अपना जाल पसार चुकी है। इस साल जून में समाप्त तिमाही में उनका कारोबार 61% की दर से बढ़ा। फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार जैक मा चीन के सबसे धनी व्यक्ति है। उनकी संपत्ति 38.6 अरब डॉलर के बराबर है। साभार नवभारत टाइम्स
कमेंट करें/ दोस्तों के साथ शेयर करें।