रेल परियोजना का भूमिपूजन हुए कल हो जाएंगे 10 साल पूरे



thedmnews.in इंदौर-दाहोद और छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजना के काम में तेजी की संभावना बढ़ गई है। धार में रेलवे स्टेशन के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई एक माह में शुरू हो जाएगी। वहीं झाबुआ के रेल मार्ग पर एक साल के अंदर पटरियां बिछ जाएंगी। इससे धार के करीब 21 लाख, झाबुआ के 10 और आलीराजपुर जिले के 8 लाख लोगों को फायदा होगा।

आलीराजपुर का प्रस्तावित स्टेशन का मॉडल। thedmnews.in

thedmnews.in एसडीएम सत्यनारायण दर्रा के मुताबिक एक माह में जिन लोगों की जमीन स्टेशन के लिए अधिग्रहित की जानी है उन्हें मुआवजा दे दिया जाएगा। जबकि झाबुआ में दाहोद-इंदौर रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण करने 13 करोड़ की राशि जिला प्रशासन के माध्यम से वितरित करने के लिए जमा करा दी गई है। अब केवल 14 लाख की मुआवजा राशि का भुगतान शेष है। दाहोद से कतवारा तक रेल पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है। कतवारा से पिटोल तक की जमीन का मूल्यांकन के बाद वेल्यूएशन किया जाएगा। पिटोल से झाबुआ तक की जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है और 42 करोड़ की राशि के टेंडर बुलाए गए हैं। इसके लिए 14 फर्मों से ऑफर प्राप्त हो चुके हैं। गुजरात की एक फर्म को वर्क ऑर्डर जारी किए जा रहे हैं। 2019 तक रेल पटरियों को बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। वहीं रेल मंत्रालय से परियोजनाओं के लिए जारी बजट के आवंटन का खुलासा एक सप्ताह में होने का दावा रेल अधिकारी कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 10 साल पहले झाबुआ में दाेनों रेल परियोजनाओं का भूमिपूजन हुआ थ। लेकिन बजट, जमीन अधिग्रहण और अन्य प्रशासनिक अड़चनों के चलते तीन साल में पूरी होने वाली परियोजनाएं 10 साल में पूरी नहीं हो पाई हैं। धार में स्टेशन पहले नागदा-गुजरी और इंदौर-अहमदाबाद हाईवे के बीच बनाना तय हुआ था लेकिन दो बार स्थान बदल चुका है। अब नागदा-गुजरी हाईवे के बायीं ओर प्रस्तावित कर दिया है। अधिकारी अब दोनों परियोजनाओं के पीएम पोर्टल पर आ जाने की बात कह कर जल्द से जल्द पूरी होने का दावा कर रहे हैं लेकिन कोई स्पष्ट अवधि बताने की स्थिति में नहीं है।

तीन जिलों के करीब 39 लाख लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला

एक दशक बाद भी इंतजार

5 साल में रेल चलने का किया था दावा, दोनों परियोजनाओं की 3 गुना बढ़ चुकी है लागत

झाबुआ में एक साल में बिछेंगी पटरियां, धार में एक माह में स्टेशन के लिए जमीन का अधिग्रहण शुरू होगा

8 फरवरी 2008 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने इंदौर-दाहोद और छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजनाओं का भूमिपूजन किया था। 5 साल में रेल चलना थी। गुरुवार को 10 साल पूरे हो जाएंगे, अभी 202 किमी की इंदौर-दाहोद रेल परियोजना में राऊ से टिही तक 10 किमी, 157 किमी की छोटा उदयपुर-धार परियोजना में छोटा उदयपुर से मोटी सादड़ी तक 23 किमी हिस्से में पटरियां बिछी हैं। 10 साल में कुल 359 किमी में 9% हिस्से में पटरियां बिछी हैं।

इस साल मार्च के अंत तक आलीराजपुर में रेल इंजन की टेस्टिंग और स्टेशन का निर्माण पूरा हो जाएगा

आलीराजपुर | इस साल मार्च के अंत तक आलीराजपुर में रेल इंजन की सीटी गूंजने लगेगी। वहीं रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा। यह दावा गुजरात के वडोदरा के ईई रेलवे एमके पटेल ने किया है। उनका कहनाहै कि हम मार्च अंत तक आलीराजपुर के रेलवे स्टेशन तक रेल इंजन का टेस्टिंग और रेलवे स्टेशन का काम पूरा कर लेंगे। स्टेशन का छोटा मोटा काम बाद में भी होता रहेगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने झाबुआ में 157 किमी लंबी छोटा उदयपुर धार वाया आलीराजपुर रेल लाइन का भूमिपूजन किया था। उनका दावा था कि तीन साल में काम पूरा हो जाएगा। लेकिन दस साल बीतने के बावजूद भी रेल लाइन का काम छोटा उदयपुर से आलीराजपुर तक 50 किमी की दूरी तक का काम पूरा नहीं हो पाया है।

छोटा-उदयपुर से आलीराजपुर तक चार रेलवे स्टेशन रहेंगे

छोटा उदयपुर धार रेल लाइन का काम इन दिनों गुजरात के रंगपुर से आलीराजपुर तक चल रहा है। छोटा उदयपुर से आलीराजपुर तक 50 किमी पटरियां बिछा दी गई है। ईई पटेल ने बताया कि छोटा उदयपुर से आलीराजपुर के बीच चार रेलवे स्टेशन रहेंगे। इनमें गुजरात में पडलिया और मोटी सादडी व मप्र में अंबारी व आलीराजपुर के ग्राम सेजा में स्टेशन रहेगा।

120 पुल पुलियाएं और चार अंडर ब्रिज बन रहे इस रूट पर

छोटा उदयपुर से आलीराजपुर के बीच करीब 120 पुल-पुलियाएं और 4 अंडरब्रिज बनेंगे। इनमें से हरसवाट के अंडरब्रिज का काम होना बाकी है। नए वित्तीय वर्ष में रेल लाइन के लिए आवंटित होने वाले बजट के बारे में वडोदरा ईई पटेल को भी पता नहीं है। वर्ष 2008 में स्वीकृत 157 किमी परियोजना की लागत 608 करोड़ थी। जो अब दुगुनी से भी अधिक होकर 1350 करोड़ रुपए हो चुकी है।

आलीराजपुर का प्रस्तावित स्टेशन का मॉडल। thedmnews.in

जिले के इन गांवों में जमीन अधिग्रहण का अवार्ड हुआ पारित

इस संबंध में आलीराजपुर एसडीएम केएस ठाकुर ने बताया कि चौंगनवाट, दुदुलवाट व खंडाला की जमीन के लिए अवार्ड पारित किया जा चुका है। संबंधित जमीन मालिकों को मुवावजा राशि वितरित की जाएगी। वहीं कलेक्टर कार्यालय के अनुसार जोबट तहसील के ग्राम चमाबेगड़ा, खेरवा, बलदमुंग, कंदा, कस्बा जोबट, देहदला, कोसदुना, डेकाकुंड, जेसिंगपुर, बेटवासा के लिए अधिग्रहण के 20 करोड़ से अधिक के अवार्ड पारित हो चुके है। thedmnews.in

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