thedmnews.in नसरुल्लागंज. राज्य शासन एवं कलेक्टर के निर्देश के बावजूद जिन किसानों ने खेतों की खड़ी नरवाई में आग लगाई है ऐसे किसानों के खिलाफ अब प्रशासन कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। इस भीषण गर्मी के दौर में किसानों ने मूंग की बोवनी के बदले गेहूं की नरवाई में आग लगाकर न केवल खेतों के पोषक तत्वों और सूक्ष्म जीवों को समाप्त किया, बल्कि नरवाई से कई गांवों में क्षति भी हुई है। प्रशासन की बार-बार समझाइश के बाद भी किसान अपने खेतों की नरवाई में आग लगा रहे हैं। अब ऐसे किसानों पर प्रशासन कार्रवाई करने जा रहा है। thedmnews.in
शुक्रवार को एसडीएम एचएस चौधरी ने नायब तहसीलदार के साथ एक बैठक लेकर निर्देश दिए हैं कि नसरुल्लागंज क्षेत्र के सभी पटवारियों को निर्देशित किया जाए कि वह अपने-अपने हल्कों में जाकर यह देखे कि जिन किसानों के खेतों में नरवाई जली पड़ी हुई हैं उसकी वास्तविक रिर्पोट तैयार करे। सात दिन के अंदर वह अपनी रिर्पोट बनाकर एसडीएम कोर्ट में पेश करें। जिससे कि उक्त किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। thedmnews.in
इन लोगों पर की प्रतिबंधात्मक कार्रवाई : नायब तहसीलदार सनावतराव देशमुख ने जानकारी में बताया कि 24 मार्च को नेहरूगांव स्थित कृषि भूमि में श्रीपाल पुत्र मोहन पंवार निवास बिसनखेड़ा शुजालपुर, 26 मार्च को राला में रिमाराम पुत्र गंगाराम, आशाराम पुत्र गंगाराम अहीर निवासी राला, पाडलिया स्थित कृषि भूमि में किसान कमोद सिंह पुत्र नारायण सिंह राजपूत, रजन सिंह पुत्र अनूप सिंह राजपूत निवासी तिलाड़िया, 28 मार्च को खनपुरा स्थित कृषि भूमि में किसान रामनिवास पुत्र अनोखीलाल पंवार निवासी खनपुरा ने नरवाई में आग लगाई। इससे 700 एकड़ कृषि भूमि में आग लगाई जा चुकी है। नरवाई की आग से जल जाने के कारण कई किसानों को मवेशियों के लिए भूसा नहीं मिला वहीं कई किसानों की फसलों को नुकसान हुआ। वहीं हरे पेड़ भी आग की चपेट आने से नष्ट हो गए। उक्त किसानों पर विभाग ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
प्रशासन की बार-बार समझाइश के बाद भी खेतों की नरवाई में जला रहे किसान
नरवाई में आग लगाने वाले किसानों पर प्रशासन करेगा कार्रवाई।
रात होते ही खेतों से उठने लगती हैं आग की लपटें
इछावर. कलेक्टर तरुणकुमार पिथोड़े के निर्देश पर एसडीएम आरएस राजपूत ने भी तहसील क्षेत्र में नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद भी किसान खेतों में आग लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। नगर के आस-पास शाम होते ही खेतों में आग लगाई जा रही है। खेतों की आग के चपटे में आने से खेतों पर झोपड़ी व मवेशी इसकी चपेट में आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में करीब 12 से अधिक स्थानों पर आग लग चुकी है। इसमें लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। एसडीएम आरएस राजपूत ने कलेक्टर श्री पिथोड़े के निर्देश पर पूरे तहसील क्षेत्र में खेतों में आग लगाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। जो किसान भी अपने खेत में बचे हुए अवशेष जलाकर नष्ट करते हुए पाया गया उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
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