चट्टानों को काटकर बनाई गुफाएं, यहां पाण्डवों ने ली थी शरण



भोपाल.

यह सदाबहार सतपुड़ा पर्वतमाला में बसा एक सुंदर हिल स्टेशन है, जो 1067 मीटर की ऊंचाई पर है। पचमढ़ी को पूरे वर्ष उत्कृष्ट मौसम का वरदान प्राप्त है। तथापि, अपनी महान प्राकृतिक सुंदरता और शांति तथा एकांत इसकी सबसे अद्भुत विशेषताएं है। किंवदंतियों के अनुसार कहा जाता है की पचमढ़ी प्राचीन चट्टानों को काटकर बनी गुफाएं है, जहां पांच पाण्डव भाइयों ने शरण ले रखी थी। वर्ष 1857 में पचमढ़ी की खोज और विकास कैप द्वारा किया गया। बाद में, यह एक अद्भुत यात्रा स्थल में बदल गया।

शांत सैर के लिए पचमढ़ी में वन समान उद्यान और वनमार्ग उपलब्ध है, जिनके छायादार रास्ते जंगलों के परिदृश्य दिखाते हुए गुजरतें है और पठार के छोर पर स्नान के लिए नदियों और झरनों का शीतल बहाव और रॉक क्लाइम्बिंग के लिए चुनौती देनेवाली बीहड़ पहाड़ियों के लुभावने दृश्य दिखाई देते है। एक और खास आकर्षण है, लाल बलुआ पत्थर की सीधी ढाल का वैभव, जो शाम के वक्त चमकीले गुलाबी और बैंगनी जैसे शानदार रंगों में डुबा दिखाई देता है। इस के साथ साथ, पचमढ़ी में कम खर्चीले आरामदेह पर्यटक आवास और गोल्फ कोर्स, स्केटिंग रिंग तथा प्राच्य संगीत के एक स्कूल के साथ मनोरंजन केंद्र जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।

पचमढ़ी में पर्यटकों के आकर्षण 

  • • प्रियदर्शिनी पॉइंट
  • • झरने
  • • तीर्थ
  • • जटाशंकर
  • • रॉक शेल्टर
  • • धूपगढ
  • • पाण्डव गुफाएं

कैसे पहुंचे ;

निकटतम हवाई अड्डें भोपाल (210 किमी) और नागपुर (259 किमी) हैं। मुंबई-हावड़ा लाइन पर इटारसी के पास पिपरिया (53 किमी) सबसे सुविधाजनक रेलवे स्टेशन है। सड़क मार्ग से यह स्थान भोपाल, नागपुर, होशंगाबाद और पिपरिया के साथ जुड़ा हुआ है।

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