एम्‍स टॉपर मनराज – कोचिंग से ज्यादा गाइडेंस जरुरी



नई दिल्‍ली.

ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) ने सोमवार को प्रवेश परीक्षा 2018 के नतीजे जारी कर दिए। इस साल 100 पर्सेंटाइल के साथ चार कैंडिडेट्स ने टॉप किया है। इनमें से एक पंजाब के बठिंडा के रहने वाले मनराज सरां हैं, जिन्होंने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है। मनराज ने किसी एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से तैयारी नहीं की बल्कि अलग-अलग एक्सपर्ट के पास ट्यूशन लिया और ज्यादा से ज्यादा टाइम सेल्फ स्टडी को दिया। मनराज इसे ही अपना सक्सेस मंत्र बताते हैं। उनका कहना है कि कोचिंग से ज्यादा गाइडेंस की जरुरत है।

– मनराज के माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं उनके पिता जसप्रीत सिंह सरां बठिंडा में आई सर्जन हैं। वहीं उनकी मां नवप्रीत सरां मेडिसन में डॉक्टर हैं।
– मनराज का कहना है कि एमबीबीएस में टॉप करने में सबसे ज्यादा मोटिवेशन अपने माता-पिता से मिला। जिन्हें देखकर उसने डिसाइड किया था कि वह भी डॉक्टर बनेगा।
– उसका कहना है कि माता-पिता ने कभी फोर्स नहीं किया कि उसे डॉक्टर ही बनना है, यह चयन उसने खुद किया है।

हर रोज 10 घंटे पढ़ाई करते थे मनराज
– मनराज ने बताया कि वह हर रोज 10 घंटे सेशन में पढ़ाई करते थे। 3 से 4 घंटे की पढ़ाई के बाद ब्रेक लेते और फिर पढ़ाई करते।
– इस बीच में अलग-अलग जगह सब्जेक्ट की ट्यूशन भी लिया। उनका कहना है कि कोचिंग से ज्यादा गाइडेंस जरूर है कि किस तरह से चीजों को पढ़ना है।

10वीं तक देहरादून और उसके बाद चंडीगढ़ से की पढ़ाई

– मनराज ने दसवीं तक की पढ़ाई देहरादून के दून स्कूल से की। इसके बाद 11वीं और 12वीं की पढ़ाई चंडीगढ़ सेक्टर-24 में स्थित एसडी स्कूल से की।

– मनराज का कहना है कि उन्हें नॉवेल पढ़ने का भी शौक है। जब वह अपनी पढ़ाई का टारगेट पूरा कर लेते हैं तो नॉवेल पढ़ते हैं। कभी कभार मूवी भी देखते हैं। साभार दैनिक भास्‍कर

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