thedmnews.com इंदौर. प्रीति जिंंटा की टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने इंदौर को होम ग्राउण्ड बनाया है। लेकिन इंदौर नगर निगम और प्रीति की टीम अब आमने सामने हो गई हैं। ऐसे में किंग्स इलेवन पंजाब की फ्रेंचाइजी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. हाल ही में जारी किए गए मप्र म्यूनिसिपल (इंटरटेनमेंट एंड एम्यूजमेंट) टैक्स रूल्स 2018 के तहत नगर निगम ने आईपीएल मैच वसूली के लिए शनिवार को दूसरा नोटिस जारी किया. पहले नोटिस में जहां 4 और 6 मई के मैचों के लिए पांच फीसदी की दर से (एग्रीगेट टर्नओवर पर) टैक्स जमा करने को कहा था, वहीं दूसरे नोटिस में चारों मैचों का टैक्स जमा करने को कहा. इसेे भरने के लिए 6 मई यानी रविवार तक का समय दिया गया था. इसके बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
अफसरों का कड़ा रूख
निगमायुक्त आशीष सिंह ने साफ कर दिया कि राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा, यह पूरी तरह से व्यावसायिक गतिविधि है और नियमों के तहत ही टैक्स लिया जा रहा है. वहीं टैक्स से बचने के लिए फ्रेंचाइजी के सीईओ सतीश मेनन, सीओओ अनंत सरकारिया सभी तरह की पहचान का उपयोग कर रहे हैं. वह अधिकारियों के पास टैक्स से राहत देने की मांग कर रहे हैं. निगमायुक्त से भी टैक्स में राहत देने की मांग की और कहा कि जो टिकट बिक चुके, उन पर टैक्स जमा नहीं कर सकेंगे. अब जो टिकट बिकेंगे, उन पर टैक्स जमा कर सकते हैं। निगमायुक्त ने कहा- नियमानुसार ही वह टैक्स लेंगे और जमा कराना आपकी जिम्मेदारी है.
महापौर और अफसरों ने लौटाए टिकट
फ्रेंचाइजी ने बाद में निगमायुक्त को भी कॉम्प्लीमेंटरी टिकट का ऑफर किया, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया. इसके पहले महापौर मालिनी गौड़ ने भी 200 से ज्यादा टिकट लौटा दिए थे। जिला प्रशासन भी यह टिकट लौटा चुका है.
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