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भोपाल.
गुरूवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दमोह में जनकल्याण योजना (संबल) के तहत आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहक और असंगठित श्रमिकों के सम्मेलन में शामिल होकर योजना की जानकारी दी. साथ ही चरण पादुका योजना में संग्राहक भाई-बहनों को जूते-चप्पल, साड़ी और पानी की कुप्पी प्रदान किया. इसके अलावा अन्य शासकीय योजनाओं के हितलाभ हितग्राहियों को सौंपे. जनकल्याण योजना में मेरे सभी गरीब भाई-बहन पात्र हैं, जो आयकरदाता न हों, सरकारी नौकरी में न हों और ढाई एकड़ से कम जमीन हो। ऐसे सभी नागरिक खुद लिखकर आवेदन दे दें, उनका पंजीकरण हो जाएगा. इसमें कोई जाँच नहीं होगी कि आपकी जानकारी सही है या नहीं.
उन्होंने कहा कि हर साल मध्यप्रदेश में मकान बनाने के लिए पैसे दिये जा रहे हैं। प्रदेश में 37.5 लाख कुल आवासहीन परिवार हैं. इनके लिए आगामी चार साल में 10-10 लाख मकान हर साल बनाए जाएंगे. अन्त्योदय आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए राशि सरकार द्वारा दी जाएगी, आपका मकान आप खुद ही बनवाएंगे. साथही मेरे गरीब भाई-बहनों अपने बच्चों को पढ़ाओ, उनकी पहली कक्षा से लेकर पीएचडी तक की फीस हमारी सरकार भरेगी. चाहे वह उच्च शिक्षा के लिए प्राइवेट कालेज में प्रवेश पर लाखों रुपए की फीस ही क्यों न हो. हमने तय किया है कि गरीब बहनों को गर्भावस्था के दौरान 6 से 9 महीने के बीच 4 हज़ार रुपए दिए जाएंगे, इसके अलावा प्रसव के बाद 12 हज़ार रुपए दिए जाएंगे, जिससे महिला व नवजात तंदुरुस्त रहें. बहनों की आमदनी बढ़े, इसकी कोशिश हम करेंगे.
उन्होंने कहा कि, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोज़गार मेले लगाए जाएंगे. इस योजना के तहत पंजीकृत गरीब परिवार में 18 से 59 वर्ष की उम्र तक के मुखिया की मृत्यु पर 2 लाख व दुर्घटना में मृत्यु की दशा में 4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. योजना की निगरानी के लिए हर गाँव में 5 लोगों की समिति गठित होगी जिसमें एक एससी-एसटी, एक महिला सदस्य होगी.
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