– उनके रास्ते आसान हो जाते हैं, जो जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए
इस किताब में समृद्धि हासिल करने और सफलता पाने
के बहुत से राज और नियम बताए गए हैं। लेखक
कैथरीन पॉन्डर लिखती हैं कि हमारा दिमाग मानसिक
छवि के बल पर काम करता है और जो छवि वो
बनाता है, वो काफी हद तक सच भी हो जाती है। तो
अगर आप अपने दिमाग में एक समृद्ध छवि बनाते हैं
तो उचित के बारे में न सोचकर बड़ा सोचना चाहिए।
इस तरह आप सफलता की तरफ वाकई पहला कदम
बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों के साथ बिल्कुल तालमेल
नहीं बैठता है उन लोगों तक अपने सकारात्मक विचार
पहुंचाना शुरू करें और देखें कि कैसे वे भी आपके प्रति
नर्मरवैया अपनाने लगते हैं। भला ऐसा हो सकता है,
पहली बार में ये विचार आपके जहन में आ सकता है,
क्योंकि ये थोड़ा अजीब लगता है। लेकिन असल में ये
सामने वाले पर ठीक वैसा ही असर करता है जैसे कि
उसकी तारीफ करना करेगा।
पॉन्डर लिखती हैं कि इच्छाओं को हकीकत में तब्दील
करने का राज है उन्हें लिखकर अपने पास रखना।
बेहद सटीकता के साथ ये लिखना होगा कि आपको
क्या चाहिए और कब तक चाहिए, क्योंकि विवरण
ही कल्पना का ईंधन होता है। याद रखें कि भाग्य भी
बहादुर का ही साथ देता है। जीवन में उनके रास्ते
आसान होते चले जाते हैं जो ये जानते हैं कि उन्हें क्या
चाहिए। प्रकृति भी आपके उद्देश्य का सम्मान करती है।
पॉन्डर लिखती हैं कि समृद्धि पाना चाहते हैं तो
कभी खुद को गरीब न समझें और न ही कभी ये कहें
कि आप किसी चीज को खरीद नहीं सकते। आपके
पास जो है उसकी इज्जत करें, भरमार पर जोर दें और
मौके का इंतजार करते रहें। अगर आपके पास वो नहीं
है जो आपको चाहिए तो समृद्धि के वैक्युम नियम का
इस्तेमाल कर लें और जो पुराना है उसे बाहर फेंक दें।
अब आगे बढ़ने का रास्ता बनाना शुरू कर दें।
पॉन्डर लिखती हैं कि लोगों का पैसे के प्रति कई
बार बेहद मजेदार रवैया होता है। वे तुरंत कह देते हैं
कि पैसा उनके लिए ज्यादा मायने नहीं रखता। लेकिन
फिर भी वे जीवनभर काम करके पैसे कमाते रहते हैं।
वे मान क्यों नही लेते कि पैसा आवश्यक है और एक
अच्छा जीवान जीने के लिए बहुत जरूरी भी है।
पैसा भी आपका रवैया समझता है और उसी
के मुताबिक व्यवहार करता है। इसलिए अगर
आप उसकी सराहना करते हैं और मानते हैं कि वो
महत्वपूर्ण है तो आप उसका ज्यादा आनंद ले पाएंगे।
उसे तानाशाह की तरह देखेंगे तो वैसा ही होगा। खुद
को पैसे और विचारों के बीच के रिश्ते की याद
दिलाते रहें। इसके बाद जो भी होगा वो आपको जरूर
चौंकाएगा। किताब के ज्यादातर पन्नों पर समृद्धि के
भिन्न नियम बताए गए हैं जो सेहत, कर्ज, काम और
जि़द से वास्ता रखते हैं।साभार भास्कर
Book Name
द डायनैमिक लॉज ऑफ प्रॉस्पेरिटी
 कैथरीन पॉन्डर
किताब 1962 में
प्रकाशित हुई थी।
इसमें बताया है
कि समृद्धि आपका
अधिकार है
क्योंकि ईश्वर भी
आपको गरीब नहीं
देखना चाहते हैं।
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