कबूतर तथा बिल्ली की झड़प, महाकाल के शिखर पर लगी स्वर्ण शिखरियां गिरी



उज्जैन.
श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य शिखर के चारों ओर छोटी-छोटी शिखरियों पर पूर्व में स्वर्ण रोहित किया गया था। वहीं शिखर के सबसे ऊपर सोने का सूर्य लगा है। रविवार-सोमवार को रात्रि में नागचंद्रेश्वर मंदिर के निकट की गुंबद का स्वर्ण वाला हिस्सा निकल कर गिर गया। हालांकि सुबह मंदिर के सेवकों ने मंदिर समिति के कार्यालय पर इसे जमा करा दिया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को तड़के 3:30 बजे कबूतर तथा बिल्ली की झड़प के बीच स्वर्णा रोहित गुंबद नागचंद्रेश्वर की छत पर आ गिरा। मंदिर में सुबह आने वाले नियमित दर्शनार्थियों ने मंदिर प्रशासन के सेवकों को स्वर्ण शिखरी गिरने की जानकारी दी। बाद में नागचंद्रेश्वर मंदिर से छत पर जाकर सोने कि शिखरी निकाल मंदिर प्रशासन को सौंप दी है।
इसके बाद दोपहर में दो अन्य शिखर से भी सोने की शिखरी गिरी थी। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सालों पहले दानदाताओं के माध्यम से मंदिर के शिखर को स्वर्ण मंडित किया गया था। तभी से संधारण कार्य नहीं होने के कारण छोटी शिखरी निकल कर गिर रही है। मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी दिलीप गरूड़ ने बताया कि स्वर्ण मंडित शिखरों का अवलोकन कराया जाएगा जो हिस्सा निकल रहा है उसे फिर से संधारित करेंगे।

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