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– 210 से 250 रूपये लेकर बिक्री की फर्जी रसीद बनवाते थे
– प्रशासन की सख्त कार्यवाही
उज्जैन.
संभागायुक्त एमबी ओझा के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्यवाही करते हुए बड़नगर तहसील में सक्रिय लहसुन भावान्तर में गड़बड़ी करने वाले दलालों का खुलासा किया गया है। दो दलालों को 151 में बन्द कर दिया गया है एवं जांच जारी है। संभागायुक्त ओझा ने संभाग के सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि वे लहसुन की भावान्तर बिक्री पर कड़ी नजर रखें एवं गड़बड़ियां पाये जाने पर सम्बन्धितों को जेल भिजवायें। उन्होंने कहा है कि सभी मंडी सचिवों को चेतावनी दी जाये कि उनके यहां भावान्तर में कोई गलत कार्य न हो। मामला सामने आने पर संभागायुक्त ने मंडी सचिवों पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं.
संभागायुक्त ने कलेक्टर मनीष सिंह को निर्देशित किया था कि उनके संज्ञान में बड़नगर क्षेत्र में लहसुन की भावान्तर की खरीदी में घपले की जानकारी आई है। इस तरह का एक वीडियो भी वायरल हो रहा था। कलेक्टर ने जांच के लिये आज 3 जून को अपर कलेक्टर श्री बीबीएस तोमर को बड़नगर भेजा। अपर कलेक्टर ने वीडियो के आधार पर जांच की, किन्तु वीडियो में जिन व्यक्तियों के नाम आ रहे थे, उनके नाम से बड़नगर में किसी तरह की बिक्री दर्ज नहीं पाई गई। आसपास की मंडियों की जांच करने पर पता लगा कि इस तरह के कार्य करने में बड़नगर के 2 दलाल गोपाल एवं विक्रम सक्रिय हैं एवं बदनावर मंडी की दुकान नम्बर-38 से फर्जी लहसुन की बिक्री की रसीद बनाकर भावान्तर में दलाली का धंधा चला रहे हैं। उल्लेखनीय है कि लहसुन के लिये भावान्तर में 800 रूपये प्रति क्विंटल किसान को राशि मंडी में बेचने पर दी जाती है। उक्त दलाल किसान से 210 से 250 रूपये प्रति क्विंटल लेकर फर्जी रसीद बनवाकर दे रहे थे। ये दलाल ऐसे किसानों को शिकार बनाते थे, जिन्होंने लहसुन तो नहीं बोई है किन्तु उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। सम्पूर्ण मामले की विस्तृत जांच जारी है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बदनावर मंडी का मामला कलेक्टर धार के संज्ञान में ला दिया है एवं उक्त मामले में कलेक्टर धार द्वारा मंडी सचिव एवं अन्य अधिकारियों की लिप्तता की जांच कर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
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