एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जिन लोगों की कमर के आस-पास फैट की अधिकता होती है उनमें विटामिन डी की कमी का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा भी वैज्ञानिकों ने कई गंभीर समस्या होने का दावा किया है।
विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होती है। श्वसन तंत्र में संक्रमण, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर और ह्रदय रोग की संभावना ज्यादा रहती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, “पेट और कमर के आसपास मौजूद वसा और विटामिन डी की कमी के बीच का ये संबंध बताता है कि बड़ी कमर वाले लोगों के संपूर्ण विकास में कमी आ जाती है।
वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष नीदरलैंड एपडेमीआलजी ऑफ ओबेसटी स्टडी से पता चला है कि, ओबेसिटी या मोटापे के शिकार पुरुष और महिलाओं में विटामिन डी पेट के निचले और आसपास के हिस्से के फैट को कम करने में काफी मदद करता है। मोटापे से ग्रस्त पुरुषों में, कुल समग्र वसा का उच्च स्तर भी कम विटामिन डी के स्तर से जुड़ा हुआ था। हालांकि मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में यह स्थिति पुरुषों से अलग थी। मगर मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में, लीवर फैट की अधिक मात्रा विटामिन डी से जुड़ी हुई थी। हालांकि यह रिसर्च पुरुषों में नहीं देखी गई।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि, कम विटामिन डी लोगों को पेट के आसपास वसा जमा होने कारण बनता है या अतिरिक्त पेट की वसा किसी भी तरह से विटामिन डी के स्तर को गिरने के लिए प्रेरित करता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह रिसर्च भविष्य के शोध कार्यों के लिए केंद्र बिंदु होगा। साभार ओएमएच
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