DIGITAL INDIA मुहिम को मूर्त रूप दिया जाये – स्पीकर महाजन



thedmnews.com इंदौर. क्षेत्रीय सांसद एवं लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में आज रेसीडेंसी सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी, ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन आदि विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए लोकसभा स्पीकर श्रीमती महाजन ने कहा कि जिले में बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए जल संरक्षण और जल संवर्धन जरूरी है। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण किया जाये। जिले में लगभग चार सौ तालाब हैं, जिनका गहरीकरण और साफ-सफाई जरूरी है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में डिजीटल प्रशिक्षण जरूरी है। कम से कम हर ग्राम पंचायत में पाँच सौ लोगों को डिजीटल साक्षर बनाया जाये। पूरे जिले में कम से कम पाँच हजार लोगों को डिजीटल साक्षर बनाया जाये। आगामी मई-जून महिने में स्कूल-कॉलेजों की छुट्टियों को देखते हुए डिजीटल प्रशिक्षण मुहिम उचित होगा। प्रशिक्षण देने वाले को तीन सौ रूपये प्रतिव्यक्ति मानदेय मिलेगा। प्रधानमंत्री के डिजीटल इंडिया सपने का हमें साकार करना है। इसी योजना के तहत जिले में कई गाँव कैशलैस भी हो गये हैं।

बैठक को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री निशान्त वरवड़े ने कहा कि जिला अस्पताल, खजराना और हातोद में 100 बेडेड अस्पताल बनना प्रस्तावित है। सारी समस्याओं का निराकरण करते हुए आगामी 15 मई से पूर्व 30 बेडेड मांगीलाल चूरिया अस्पताल का भूमिपूजन किया जायेगा। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना जरूरी है। इन्दौर बहुत बड़ा सेन्टर पाइंट है। यहाँ आसपास के जिलों में रोगी भी इलाज करवाने आते हैं।

इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती कीर्ति खुरासिया ने बताया कि इन्दौर जिले में पिछले दो वर्षों में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 235 तालाबों का गहरीकरण किया गया है। इस वर्ष 38 और तालाबों का गहरीकरण किया जायेगा। इन तालाबों में पाल और वेस्टवीयर भी बनाये जाएंगे। इन तालाबों का पानी पेयजल और सिंचाई तथा मछली पालन के उपयोग में लिया जा रहा है।

बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर नगर से सटे हुए 27 तालाबों के गहरीकरण, साफ-सफाई, वाच टावर, वायर फेंसिंग आदि का काम आगामी मई-जून में कर लिया जायेगा। बिलावली तालाब के गहरीकरण पर 10 करोड़ और निपानिया तालाब में 49 लाख खर्च होंगे।

बैठक में बताया गया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा इन्दौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 961 बसाहटों में 7 हजार 777 हैंण्डपम्प लगाये गये हैं। इन्दौर जिले में 24 नलजल योजनाएँ भी चल रही है। 16 नई नलजल योजनाओं का लाभ अगले 6 महिने में पूरा कर लिया जायेगा। 110 बन्द नल जल योजनाओं को पुन: चालू कर दिया गया है।

बैठक में बताया गया कि कृषि विभाग द्वारा इन्दौर जिले में सिंचाई रकबा बढ़ाने के लिये आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिसके तहत खेत तालाब, पुराने तालाबों का गहरीकरण, ड्रिप इरिगेशन, स्प्रींकुलर सिस्टम, भूमि सुधार, वृक्षारोपण और मेड़ बंधान का काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत 2021 तक यह अभियान चलाया जायेगा। जिले में ड्रिप इरिगेशन का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। स्प्रींकुलर सिस्टम खरीदने के लिये बड़े किसानों को 45 प्रतिशत, छोटे किसानों को 55 प्रतिशत और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के किसानों को 65 प्रतिशत अनुदान भी दिया जा रहा है। जिले में अभी तक 515 किसानों ने स्प्रींकुलर सिस्टम अभी तक लगाया है। इन्दौर जिले में उद्यानिकी विभाग द्वारा फलोद्यान और सब्जी भाजी खेती को बढ़ावा देने के लिये तेजी से काम हो रहा है। इन्दौर जिले में उद्यानिकी हब बनाया गया है। किसानों को फल और सब्जी लगाने, दुग्ध उत्पादन, मछली उत्पादन और फूल उत्पादन के लिये प्रेरित किया जा रहा है। 296 किसानों ने जिले में आम, अमरूद और जामुन के बगीचे लगाये हैं। इस अवसर पर बैठक में महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, आईडीए अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री राजेश सोनकर के अलावा जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति के सदस्यगण और बड़ी संख्या में विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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